संदीप महेश्वरी हालाँकि किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं फिर भी जब उनके जीवन के बारे में यह आर्टिकल लिखा जा रहा है तो उनका परिचय तो देना ही पड़ेगा। तो आइये जानते हैं >> “Sandeep Maheshwari Biography In Hindi|संदीप महेश्वरी के सफलता की कहानी”।
नमस्कार दोस्तों, मै अमित दुबे आपका हार्दिक स्वागत करता हूँ………………………………..
संदीप महेश्वरी आज के जमाने के एक युवा उद्यमी हैं, जो imagesbazaar.com के founder & ceo हैं, उनकी वेबसाइट भारतीय चित्रों का एक बहुत बड़ा भंडार है जो पूरी दुनियाँ में मशहूर है।
संदीप महेश्वरी एक मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं जो लाइव सेमीनार और यूट्यूब चैनल के द्वारा लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का काम करते हैं।
इस आर्टिकल में हम उनके जीवन के संघर्षों के बारे में चर्चा करने जा रहें हैं जो वाकई में हर किसी के लिए प्रेरणा के स्रोत बन सकते हैं।
Sandeep Maheshwari Biography In Hindi|संदीप महेश्वरी के सफलता की कहानी
Sandeep Maheshwari Biography In Hindi
सफलता की सोच :
एक छोटा सा लड़का पड़ोस के बच्चे को लाल साइकिल चलाते देखकर दौड़ा-दौड़ा अपने पिता के पास जाता है और कहता है कि पापा-पापा ऐसी ही साइकिल मुझे भी दिला दो ना, इस पर पापा जी झल्लाकर कहते हैं कि मै कोई टाटा-बिड़ला थोड़े ही हूँ जो तुम्हारे सारे ख्वाहिशें पुरे कर दूंगा। इस बात पर वह बच्चा निराश होकर अपनी माँ के पास जाता है और पूछता है कि मम्मी ये टाटा-बिड़ला कौन लोग होते हैं, इस पर माँ ने जबाब दिया बेटे ये लोग बहुत पैसे वाले होते हैं और यह सुनते ही वह लड़का बोला – एक दिन मै भी टाटा-बिड़ला बनूँगा उसकी ये बात सुनते ही मोहल्ले की औरतें हँसने लगती हैं और कहती हैं-अभी बच्चा है उतनी समझ नहीं है।
एक दिन वही बच्चा हिंदुस्तान का एक बहुत बड़ा उद्यमी और मोटिवेशनल स्पीकर बन जाता है जो संदीप महेश्वरी के नाम से जाना जाता है। लेकिन क्या यह सब इतना आसान होता है…..? नहीं दोस्तों बड़ा परिश्रम करना पड़ता है किसी बड़े मुकाम को हासिल करने के लिए, तो आइये अब हम आगे बढ़ते हैं और उनके पारिवारिक पृष्ठिभूमि से शुरुआत करते हैं।
पारिवारिक पृष्ठभूमि :
संदीप महेश्वरी का जन्म 28 सितम्बर 1980 को दिल्ली में हुआ था, उनके पिता का नाम – रूप किशोर महेश्वरी, माता का नाम – शकुंतला रानी महेश्वरी और पत्नी का नाम – नेहा महेश्वरी है। उनके दो बच्चे ( एक बेटा ह्रदय महेश्वरी और एक बेटी जिसका नाम मालूम नहीं है ) हैं। संदीप महेश्वरी का परिवार एक मध्यम वर्गीय व्यापारिक पृष्ठभूमि से था, उनके पिता का एल्युमिनियम का व्यापार था जो किसी कारण वश काफी नुकसान में आ जाता है और उनके पिता की कमाई पर बुरा असर पड़ जाता है, इस कारण संदीप महेश्वरी पर घर का सारा बोझ आ जाता है।
संदीप महेश्वरी बचपन से ही थोड़े शर्मीले, कम बोलने वाले और थोड़े अलग विचारों वाले लड़कों में गिने जाते थे लेकिन उनके अंदर हमेशा ही कुछ न कुछ चलता रहता था, वे स्कूल के समय में और लड़कों से थोड़ा हटके थे, वैसे एक बात बता दूँ दोस्तों जो लड़के स्कूल के समय में थोड़ा हटके होते हैं वे जीवन में भी थोड़ा हटके ही होते हैं और कुछ न कुछ अलग ही कर जाते हैं, क्योंकि वे भीड़ का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं और एक दिन ऐसा आता है जब वे अपने सामने भीड़ पैदा कराने वाले बन जाते हैं। संदीप महेश्वरी भी उन्ही लोगों में से थे तभी तो उनके सामने भीड़ इकट्ठी रहती है उन्हें सुनने के लिए।
शैक्षणिक जीवन :
संदीप महेश्वरी दसवीं तक की पढ़ाई करने के बाद दूसरे स्कूल में दाखिला लेते हैं, और ग्यारहवीं में पढ़ाई करते समय ही उन्हें एक लड़की से प्यार हो जाता है और मजे की बात तो यह है कि आज वही लड़की उनकी पत्नी है। संदीप महेश्वरी दिल्ली में ही पैदा हुए और पले-बढ़े इसलिए जाहिर सी बात है कि उनकी पूरी पढ़ाई भी दिल्ली से ही हुई है।
बारहवीं तक की पढ़ाई करने के बाद संदीप महेश्वरी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के करोड़ीमल कॉलेज में बी.कॉम. में दाखिला करवाया और पढ़ने लगे। लेकिन किश्मत भी किसी-किसी के साथ कभी-कभी बड़ा अज़ीब गेम खेल देता है और दोस्तों, मै तो समझता हूँ कि किश्मत हमें धक्का देता है कि तू कुछ और कर क्योंकि तुझे कुछ और ही करना है और वही हुआ संदीप महेश्वरी के साथ पारिवारिक मजबूरियों ने उन्हें पढ़ाई छोड़ने पर विवश कर दिया क्योंकि “जिंदगी चलती है पैसों से और पैसे आते हैं काम से” उनके पिता का व्यापार बंद हो चूका था और अब उन्हें कर्म युद्ध के लिए आगे बढ़ना था जिसके लिए उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और निकल पड़े सांसारिक रणभूमि में जहाँ पर उन्हें कुछ करते हुए अपने परिवार का बेड़ापार लगाना था।
Sandeep Maheshwari Biography In Hindi|संदीप महेश्वरी के सफलता की कहानी
संघर्षमय जीवन :
जब संदीप महेश्वरी के परिवार पर आर्थिक संकट गहरा जाता है, तब वे अपनी माता के साथ मिलकर एक छोटे से काम की शुरुआत करते हैं खजूर का व्यापार, उसको उनका परिवार मिलकर बनाता था, और उसका पैकेट तैयार किया जाता था जिसको संदीप लोगों को बेचने की कोशिश करते थे लेकिन यह काम चल नहीं पाया।
उस समय पीसीओ का दौर चल रहा था, मोबाइल बहुत महंगे हुआ करते थे और आम लोगों के पहुँच के बाहर थे इसलिए संदीप महेश्वरी ने पीसीओ का काम शुरू किया जिसे उनकी माता जी संभालती थीं। कभी-कभी संदीप भी बैठ जाया करते थे। वह काम शुरू में तो चला लेकिन बाद में मोबाइल की लोकप्रियता में पीसीओ का काम ख़त्म ही हो गया।
संदीप महेश्वरी ने एक बार काल सेंटर में जॉब करने के लिए भी इंटरव्यू दिया था, दिल्ली के महिपालपुर स्थित रेडिशन होटल में इंटरव्यू के दौरान वह तीसरे राउंड में फेल हो जाते हैं, आज संदीप हँसते हुए कहते हैं कि अच्छा हुआ कि मै वहाँ फेल हो गया नहीं तो क्या पता मेरी आज क्या दशा होती।
उसके बाद संदीप महेश्वरी ने मल्टीलेवल मार्केटिंग में कदम रक्खा उसमें वह सफल तो नहीं हो पाये लेकिन सीखने को बहुत कुछ मिला और वहीं से वे महत्वाकांक्षी हो गए और बड़े-बड़े सपने देखने लगे। कुछ महीने काम करने के बाद उन्होंने वहाँ से एक Idea लेकर अपना Liquid Soap बनाने का काम शुरू किया लेकिन उसमे भी असफल रहे।
संदीप महेश्वरी ने मॉडलिंग की दुनियाँ में अपना कदम रक्खा, लेकिन वहाँ पर युवाओं का शोषण देखकर मॉडलिंग से उनका मोहभंग हो गया। मॉडलिंग के दौरान ही उनका एक दोस्त कुछ तस्वीरें लेकर उनके पास आता हैं वह तस्वीरें देखते-देखते उनके दिमाग में एक खयाल आता है कि क्यों ना फोटोग्राफी की दुनियाँ में ही किश्मत आजमाई जाए।
संदीप महेश्वरी ने फोटोग्राफी को ही अपना अगला मुकाम बनाया, और उससे सम्बंधित 2 सप्ताह का एक कोर्स किया और एक महंगा कैमरा भी खरीद लिया जो उस समय बारह हज़ार रूपये का था और तस्वीरें खींचना शुरू कर दिया। शुरुआत तो उन्होंने कर दिया लेकिन सिर्फ शुरुआत से ही तो कुछ नहीं हो जाता फोटोग्राफी के लाइन में भी तो मारामारी थी सफर उतना आसान नहीं था जितना कि उन्होंने सोचा था। बड़े-बड़े दिग्गजों के सामने संदीप बच्चे थे। कुछ खाश सफलता न मिलने पर संदीप को फिर से एक बार निराशा ही हाथ लगता है।
एक बार संदीप महेश्वरी का दिमाग फिर से मल्टीलेवल मार्केटिंग की तरफ जाता है और वे दोबारा उसकी तरफ रुख करते हैं लेकिन अबकि बार ज्यादा बड़ी कंपनी का साथ पकड़ा था जिसकी Membership Fees सत्तर हज़ार रूपये थी। वे और उनके एक दोस्त मिलकर किसी तरह पैसे का इंतजाम करते हैं और उसके मेंबर बनते हैं लेकिन इस रकम के चक्कर में संदीप अपना कैमरा भी बेच देते हैं।
कुछ महीनो बाद ही संदीप महेश्वरी के दिमाग में कुछ बड़ा करने का सूझता है और उसी कंपनी के दो लोगों के साथ मिलकर वे अपनी मल्टीलेवल कंपनी बना लेते हैं लेकिन कुछ महीनों बाद ही वह कंपनी बंद हो जाती है और Partnership टूट जाती है। उसके बाद संदीप ने अपनी एक बुक लिखी जो मल्टीलेवल मार्केटिंग के बारे में थी, वह भी मार्किट में फ्लॉप हो जाती है।
अब संदीप महेश्वरी ने कुछ करने की ठानी और यह सोच लिया कि फोटोग्राफी के ही पेशे को कुछ नया रूप दिया जाये। उन्होंने अपने घर में ही दोबारा से फोटोग्राफी का काम शुरू करने का फैसला किया नया कैमरा, लाइटिंग सिस्टम आदि की व्यवस्था की और लग गए पुरे जी जान से फोटोग्राफी के काम में, उन्होंने अपने मन को मजबूत किया और न्यूज़ पेपर में फ्री पोर्ट फोलियो का विज्ञापन दिया जिसको पढ़कर कई लोग उनके पास आये और वहीं से थोड़ी-बहुत कमाई की शुरुआत हुई और धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए उन्होंने एक कारनामा कर दिखाया।
उनके दिमाग में कुछ अलग ही पिक्चर चल रही थी और एक दिन ऐसा भी आया जब उन्होंने अपने पिक्चर को हक़ीक़त में बदल दिया। उन्होंने दस घंटे के अंदर ही सौ मॉडल्स के दस हज़ार फोटो खींचकर लिम्का बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया और उसके बाद से ही उनके पास काम की भरमार लगने लगी।
अब संदीप महेश्वरी को और आगे जाना था उसके लिए उन्होंने एक वेबसाइट 2005 में बनवाई जिसका नाम था imagesbazaar.com शुरुआत में तो वह चल नहीं पाई क्योंकि उसकी लोडिंग स्पीड बहुत स्लो थी लेकिन बाद में संदीप ने टेक्नोलॉजी को सीखा और समझा और उन कमियों को दूर किया जिसके बाद वह वेबसाइट खूब चली और आज उस पर दस लाख से ज्यादा images मौजूद है और वह देश की सबसे बड़ी फोटोग्राफी की कंपनी है, पूरी दुनियाँ के 45 देशों में लगभग 7000 से ज्यादा क्लाइंट उससे जुड़े हुए हैं। ये सब संदीप महेश्वरी के सूझ-बुझ के वजह से ही संभव हो पाया है। आज संदीप महेश्वरी को भारतीय युवा उद्यमियों में एक fast mover के रूप में देखा जाता है।
Sandeep Maheshwari Biography In Hindi|संदीप महेश्वरी के सफलता की कहानी
मोटिवेशनल स्पीकर :
संदीप महेश्वरी जब असफलताओं के सफर को तय करते हुए सफलता के शिखर पर पहुँचते है और पीछे मुड़कर देखते हैं तो उन्हें यह महसूस होता है कि उन्होंने कहाँ पर किन गलतियों से क्या सीखा है और यही अनुभव उन्हें लोगों को Motivate करने की प्रेरणा देते हैं और वही प्रेरणा उन्हें Motivation की दुनियाँ में लेकर आती है।
संदीप महेश्वरी ने लोगों को Motivate करने का बीड़ा उठाया इसके लिए उन्होंने अपना youtube चैनल बनाया और लाइव सेमिनार भी करने लगे, और मजे की बात तो यह है दोस्तों कि उनके सेमिनार बिलकुल फ्री होते हैं वह किसी व्यक्ति से या संस्था से एक रुपया भी फीस नहीं लेते हैं और अपने Youtube चैनल को भी उन्होंने Monitize नहीं करा रक्खा है वहाँ भी वह बिलकुल फ्री में वीडियो की सेवा देते हैं जबकि वह चाहें तो कई लाख रुपया सिर्फ Youtube के Advertisment से ही कमा सकते हैं।
संदीप महेश्वरी के Youtube चैनल पर 1 करोड़ 46 लाख सब्सक्राइबर हैं जो कि हिंदुस्तान के किसी भी मोटिवेशनल स्पीकर के सब्सक्राइबर से बहुत ज्यादा हैं। इन सबके बावजूद भी उनमें ज़रा सा भी अहंकार नहीं है और यही बात उनके बड़कपन को दर्शाती है और औरों से अलग करती है।
अंततः
दोस्तों, संदीप महेश्वरी की Biography से एक बात तो झलकती है कि इंसान का Background क्या है, उसकी औकात क्या है, उसकी पढ़ाई कितनी है, यह सब उतनी मायने नहीं रखती जितनी कि उसकी महत्वाकांक्षा, इच्छाशक्ति और सीखने की क्षमता मायने रखती है। मुझे पूरी उम्मीद है कि आपने इस आर्टिकल से जरूर कुछ सीखा होगा और आपके जीवन में इसके कुछ सकारात्मक प्रभाव भविष्य में देखने को मिलेंगे।
आशा करता हूँ कि यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा तो सोच क्या रहे हैं इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर Share करें ऊपर Like का Botton है कृपया Like करें और कुछ कहना चाहते हैं तो नीचे Comment Box में लिखें।
Thanking You………………धन्यवाद…………………शुक्रिया………………..मेहरबानी…………………
आज के लिए सिर्फ इतना ही अगले आर्टिकल में हमारी फिर मुलाकात होगी तब तक के लिए………
जय हिन्द……………………..जय भारत
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